UP स्कूल की छुट्टियां बढ़ी: अभी इतने दिन तक बंद रहेंगे स्कूल, जानिए कब खुलेंगे

उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और शीतलहर के चलते स्कूलों की छुट्टियों को एक बार फिर बढ़ा दिया गया है। मंगलवार देर रात बेसिक शिक्षा विभाग ने एक नया आदेश जारी किया, जिसमें 16 और 17 जनवरी को सभी बेसिक शिक्षा स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। अब स्कूल 18 जनवरी से खुलेंगे। इस फैसले से छात्रों और अभिभावकों को राहत मिली है, क्योंकि सर्दी के इस मौसम में बच्चों का स्कूल जाना स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है।

शीतलहर के कारण छुट्टियों का विस्तार

31 दिसंबर से शुरू हुई शीतकालीन छुट्टियां पहले 14 जनवरी को खत्म होनी थीं। हालांकि, प्रदेश के कई जिलों में शीतलहर के कारण स्कूलों की छुट्टियों को बार-बार बढ़ाया गया। लखनऊ में डीएम सूर्यपाल गंगवार ने पहले 13 जनवरी तक छुट्टियां घोषित की थीं, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 16 जनवरी कर दिया गया।

किन जिलों में स्कूल खुले और बंद रहे?

मंगलवार को कई जिलों में स्कूल खुले, जबकि कई जिलों में छुट्टी रही। मेरठ, मथुरा, कानपुर, आगरा, वाराणसी, प्रयागराज, अमेठी, बाराबंकी, गोरखपुर, और बलिया जैसे जिलों में स्कूल खुले थे। वहीं, कासगंज, संभल, बरेली, बस्ती, शाहजहांपुर, सोनभद्र, बदायूं, मुरादाबाद, और रामपुर में स्कूल बंद रहे।

नए आदेश के तहत अवकाश

मंगलवार देर रात जारी किए गए आदेश के अनुसार, 16 और 17 जनवरी को भी अवकाश रहेगा। इससे पहले, कई जिलों के डीएम ने अलग-अलग आदेश जारी कर छुट्टियां बढ़ाई थीं। फर्रुखाबाद, हाथरस, इटावा, अलीगढ़, जौनपुर, झांसी, मेरठ जैसे जिलों में भी छुट्टी की घोषणा की गई। इन जिलों में बेसिक स्कूलों के साथ-साथ पब्लिक स्कूल भी बंद रहेंगे।

अवकाश बढ़ाने के कारण

उत्तर भारत में इस साल ठंड का प्रकोप काफी अधिक है। उत्तर प्रदेश में लगातार गिरते तापमान और कोहरे के चलते बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो गया था। कई जिलों में तापमान सामान्य से नीचे गिर गया है, और शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित किया है। ऐसी स्थिति में, बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, छुट्टियों का विस्तार एक आवश्यक कदम था।

अभिभावकों की प्रतिक्रिया

अभिभावकों ने इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, और सरकार का यह निर्णय सही समय पर लिया गया है। हालांकि, कुछ माता-पिता ने स्कूलों के सत्र में हुए नुकसान को लेकर चिंता भी जताई है।

आगामी सत्र और परीक्षाएं

अवकाश के बाद, स्कूलों को सुनिश्चित करना होगा कि पाठ्यक्रम समय पर पूरा किया जाए। आगामी परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए, अतिरिक्त कक्षाएं और पाठ्यक्रम की योजना बनाई जा सकती है ताकि छात्रों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा न आए।

नोट: हमारे किसी भी लेख में दी गयी जानकारी में भूलवश त्रुटि अथवा जानकारी में कमी हो सकती है इसीलिए आपसे निवेदन है कि हमेशा जानकारी से सम्बंधित विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर सत्यापन जरूर करें।